By - Gurumantra Civil Class
At - 2024-07-28 13:33:14
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1. कला की गंधार शैली निम्न समय में फली-फूली-
(a) कुषाणों के समय
(c) अकबर के समय
(b) गुप्तों के समय
(d) मौर्यों के समय
1. (a) ; व्याख्या : इसे इण्डो ग्रीक शैली या ग्रीक-बुद्धिष्ट शैली भी कहा जाता है। इसका केन्द्रबिन्दु गंधार था, अतः इसे गंधार कला शैली भी कहते हैं इसमें बुद्ध एवं बोधिसत्वों की मूर्तियां काले स्लेटी पाषण से बनाई गई हैं। इस कला का सर्वाधिक विकास कुषाणों के शासन काल में हुआ।
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2. सिंधु सभ्यता निम्नलिखित में से किस काल में पड़ता है ?
(a) ऐतिहासिक काल
(b) प्रागैतिहासिक काल
(c) उत्तर ऐतिहासिक काल
(d) आदि ऐतिहासिक काल
2. (d) ; व्याख्या : सिन्धु सभ्यता को उसकी लिपि के न पढ़े जा सकने के कारण उसे आदि ऐतिहासिक काल के अन्तर्गत स्थान दिया गया है।
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3. 800 से 600 ईसा पूर्व का काल किस युग से जुड़ा है ?
(a) ब्राह्मण युग. से
(b) सूत्र युग से
(c) रामायण युग से
(d) महाभारत युग से
3.(b) ; व्याख्या : 800 से 600 ई. पूर्व का काल सूत्र काल अथवा धर्म 'शास्त्रों का युग' माना जाता है।
4. बोगाज कोई का महत्व इसलिए है कि-
(a) वहाँ जो अभिलेख प्राप्त हुए हैं उनमें वैदिक देवी एवं देवताओं का वर्णन मिलता है।
(b) मध्य एशिया एवं तिब्बत के बीच एक महत्त्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र के रूप में जाना जाता है।
(c) वेद के मूल ग्रंथ की रचना यहीं हुई
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
4. (d) ; व्याख्या : एशिया माइनर स्थित बोगाज कोई अभिलेख से सिर्फ आर्य देवताओं, जैसे- इन्द्र, वरूण, मित्र,अग्नि आदि देवताओं के नाम मिले हैं।
5. गायत्री मंत्र किस पुस्तक में मिलता है ?
(a) उपनिषद्
(c) ऋग्वेद
(b) भगवत गीता
(d) यजुर्वेद
5. (c); व्याख्या : सविता (सूर्य) देवता के स्तुति में रचा गया गायत्री मंत्र ऋग्वेद के तृतीय मंडल में उल्लिखित है।
6. संगम युग में उरैयूर किसलिए विख्यात था ?
(a) मसालों के व्यापार का महत्वपूर्ण केन्द्र
(b) कपास के व्यापार का महत्वपूर्ण केन्द्र
(c) विदेशी व्यापार का महत्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र
(d) आंतरिक व्यापार का महत्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र
6. (b) ; व्याख्या : संगम काल में उरैयूर सूती वस्त्र एवं कपास के व्यापार के लिए प्रसिद्ध था।
7. आजीवक सम्प्रदाय के संस्थापक कौन थे ?
(a) उपाली
(b) आनन्द
(c) रघुलाभद्र
(d) मखली गोसाल
7. (d) ; व्याख्या : आजीवक सम्प्रदाय के संस्थापक मक्खलीपुत गोसाल थे। मौर्य सम्राट बिन्दुसार आजीवक सम्प्रदाय का अनुयायी थ बिन्दुसार के उत्तराधिकारी अशोक महान ने आजीवकों के रहने हेतु 'बराबर की पहाड़ियों' में 4 गुफाओं का निर्माण करवाया। कर्ण गुफा, चौपार गुफा, सुदामा गुफा और विश्व झोपड़ी गुफा।
8. भागवत सम्प्रदाय के विकास में किसका देन अत्यधिक था ?
(a) पार्थियन
(c) कुषाण
(b) हिन्द-यवन लोग
(d) गुप्त
8. (b) ; व्याख्या : भारत में भागवत् धर्म का विकास द्वितीय शताब्दी ई. पू. में विशेष रूप से हुआ, जिसमें हिंद-यवन शासकों का विशेष योगदान रहा।
9. किस अभिलेख से यह साबित होता है कि चन्द्रगुप्त का प्रभाव पश्चिम भारत तक फैला हुआ था-
(a) कलिंग अभिलेख
(b) अशोक का गिरनार अभिलेख
(c) रूद्रदामन का जूनागढ़ अभिलेख
(d) अशोक का सोपारा अभिलेख
9. (c) ; व्याख्या : रूद्रदामन का जूनागढ़ अभिलेख (गुजरात) से पता चलता है कि गुप्त शासक चन्द्रगुप्त-II ने गुजरात के शक शासकों को पराजित कर चांदी के सिक्के जारी किए।
10. केवल वह स्तंभ जिसमें अशोक ने स्वयं को मगध का सम्राट बताया है-
(a) मस्की का लघु स्तंभ
(b) रूमिनदेयी स्तंभ
(c) कीन स्तंभ
(d) भाब्रु स्तंभ
10. (d) ; व्याख्या : अशोक के भाब्रु वैराट अभिलेख में स्वयं को 'देवानाम-पिय-पियदसिनो लाजिनों मागधो' कहा है, जिसका अर्थ देवताओं के प्रियदर्शी राजा मगध है।
11. उस स्त्रोत का नाम बतलाइए जो प्राचीन भारत के व्यापारिक मार्गों पर मौन है ?
(a) संगम साहित्य
(b) मिलिन्दपन्हो
(c) जातक कहानियां
(d) उपरोक्त सभी
11. (b) ; व्याख्या : मिलिन्दपन्हो एक बौद्ध ग्रंथ है, जिसमें यूनानी राजा मिनान्डर (मिलिंद) एवं बौद्ध भिक्षु नागसेन के बीच वार्तालाप का वर्णन है। यह ग्रंथ प्राचीन भारतीय व्यापारिक मार्गों पर मौन है।
12. किस शासक वंश ने मंदिरों एवं ब्राह्मणों को सबसे अधिक ग्राम अनुदान में दिया था ?
(a) गुप्त वंश
(c) राष्ट्रकूट वंश
(b) पाल वंश
(d) प्रतिहार वंश
12. (a) ; व्याख्या : गुप्त वंशीय शासकों ने मंदिरों एवं ब्राह्मणों को जी खोलकर ग्राम अनुदान दिया था। इसी काल में मंदिरों का निर्माण भी आरंभ हुआ।
13. किस काल में अछूत की अवधारणा स्पष्ट रूप से उद्धृत हुई ?
(a) ऋग्वैदिक काल में
(c) उत्तर गुप्त काल में
(b) उत्तर वैदिक काल में
(d) धर्म शास्त्र के समय में
13. (d) ; व्याख्या : धर्म शास्त्र काल में सूत्र साहित्य में प्रथम
में बार पता चलता है कि समाज में छुआछूत की भावना बलवती हो गई थी तथा यह माना गया कि शूद्र जाति के स्पर्श मात्र से ब्राह्मण तथा अन्य वर्ण के लोग अपवित्र हो जाते थे।
14. हड़प्पा में मिट्टी के बर्तनों पर सामान्यतः किस रंग का प्रयोग हुआ था ?
(a) लाल
(c) पांडु
(b) नीला-हरा
(d) नीला
14. (a); व्याख्या : हड़प्पा सभ्यता के मिट्टी के बर्तन मुख्यतः लाल अथवा गुलाबी रंग के हैं, जिनके ऊपर लाल रंग का चमकदार लेप किया गया था।
15. ऋग्वेद संहिता का नौवां मण्डल पूर्णतः किसको समर्पित है ?
(a) इन्द्र और उनका हाथी
(b) उर्वशी एवं स्वर्ग
(c) पौधों और जड़ी बूटियों से संबंधित देवतागण
(d) सोम और इस पेय पर नामाकृत देवता
15. (d) ; व्याख्या : ऋग्वेद का सम्पूर्ण नौवां मण्डल सोम को समर्पित है। सोम एक प्रसिद्ध पौधे का रस था जो हिमालय के मजबूत शिखर पर होता था। सोम का व्यवहार केवल धार्मिक उत्सवों पर होता था।
16. धर्मशास्त्रों में भू-राजस्व की दर क्या है ?
(a) 1/3
(b) 1/4
(c) 1/6
(d) 1/8
16. (c) ; व्याख्या : धर्मशास्त्रों में भू-राजस्व को 'षड्भाग' (1/6) की भी संज्ञा दी गई है।
17. बराबर की गुफाओं का उपयोग किसने आश्रयगृह के रूप में किया ?
(a) आजीविकों ने
(c) जैनों ने
(b) थारूओं ने
(d) तांत्रिकों ने
17. (a); व्याख्या : आजीवक सम्प्रदाय के लोग बराबर की गुफाओं का उपयोग आश्रय गृह के रूप में करते थे।
18. निम्नलिखित में कौन सबसे पूर्वकालिक जैन ग्रंथ कहलाता है ?
(a) बारह अंग
(c) चौदह पूर्व
(b) बारह उपांग
(d) चौदह उपवर्ग
18. (c) ; व्याख्या: 'चौदह पूर्व' सबसे पूर्वकालिक जैन ग्रंथ है।
19. नगरों का क्रमिक पतन किस काल की एक महत्वपूर्ण विशेषता थी ?
(a) गुप्तकाल
(b) प्रतिहार युग
(c) राष्ट्रकूट
(d) सातवाहन युग
19. (a) ; व्याख्या : गुप्तकाल में नगर क्रमिक पतन की ओर अग्रसर हुए। सम्पूर्ण गंगा घाटी में जो शहर पहले अत्यंत समृद्ध अवस्था में थे, उनमें से अधिकांश को गुप्त युग में त्याग दिया गया था, वहां के आवासन में पर्याप्त विघटन हुआ। ये नगर थे- पटना, मथुरा, कुम्रहार, सोनपुर, सोहगौरा आदि।
20. चीनी यात्री इत्सिंग ने बिहार का भ्रमण किया लगभग-
(a) 405 ई. में
(b) 625 ई. में
(c) 637 ई. में
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
20. (d) ; व्याख्या : चीनी यात्री इत्सिंग 671 या 672 ई. में अपने 37 बौद्ध सहयोगियों के साथ बौद्ध धर्म के अवशेषों को देखने के लिए बिहार का भ्रमण किया।
21. सूची-I में अंकित नामों को सूची-II में अंकित नामों से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिये गये कूटों का प्रयोग कर से सही उत्तर चुनिए-
सूची-I.
A. नागानन्द
B. हर्षचरित
C. तुगलकनामा
D. तोहफत-उल-मोवहहेद्दीन
E. नील दर्पण
सूची-II
1. वाणभट्ट
2. हर्षवर्द्धन
3. अमीर खुसरो
4. राजा राममोहन राय
5. अस्दे मलिक इसामी
6. दीनबन्धु मित्र
कूट :
A B C D E
(a) 1 2 3 4 5
(b) 2 1 5 3 4
(c) 1 2 3 5 6
(d) 2 1 3 4 6
21. (d) ; व्याख्या : सही सुमेल इस प्रकार है- नागानन्द हर्षवर्द्धन, हर्षचरित-बाणभट्ट, तुगलकनामा- अमीर खुसरो, तोहफत-उल-मोवहेद्दीन- राजा राममोहन राय तथा नील दर्पण- दीनबन्धु मित्र द्वारा रचित रचनायें हैं।
22. निम्नलिखित राजवंशों में किसका उल्लेख संगम साहित्य में नहीं है ?
(a) कदम्ब
(b) चेर
(c) चोल
(d) पाण्ड्य
22. (a) ; व्याख्या : संगम साहित्य से केवल चोल, चेर एवं पाण्ड्य राजाओं के उद्भव और विकास का विवरण प्राप्त होता है। इन राजाओं के कृष्णा नदी के दक्षिण में सुदूर प्रायद्वीप तक राजनीतिक गतिविधियों पर प्रकाश पड़ता है।
23. बुद्ध के जीवन की चार महत्वपूर्ण घटनाओं और उनसे सम्बद्ध चार स्थानों का नीचे उल्लेख है।
सूची-I को सूची-II को सुमेलित कर नीचे दिये गये कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
सूची-I
A. जन्म
B. ज्ञान प्राप्ति
C. प्रथम प्रवचन
D. निधन
सूची-II
1. सारनाथ
2. बोधगया
3. लुम्बिनी
4. कुशीनगर
कूट :
A B C D
(a) 1 2 4 3
(b) 2 3 1 4
(c) 3 2 1 4
(d) इसमें से कोई नहीं
23. (c) ; व्याख्या : सही सुमेल इस प्रकार है-
जन्म-लुम्बिनी
ज्ञान प्राप्ति-बोधगया
प्रथम प्रवचन-सारनाथ
निधन-कुशीनगर
24. पाटलिपुत्र में स्थित चन्द्रगुप्त का महल मुख्यतः बना था-
(a) ईंटों का
(c) लकड़ी का
(b) पत्थर का
(d) मिट्टी का
24.(c) ; व्याख्या : यह लकड़ी से बना भव्य महल था।
25. कवि बाण निवासी था-
(a) पाटलिपुत्र का
(c) भोजपुर का
(b) थानेश्वर का
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
25. (b) ; व्याख्या : बाणभट्ट हर्ष का दरबारी कवि था जो थाणेश्वर का निवासी था। इसने 'हर्षचरित' नामक प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की।
26. ऋग्वेद का कौन सा मंडल पूर्णतः ‘सोम' को समर्पित है?
(a) सातवां मण्डल
(b) आठवां मण्डल
(c) नौवां मण्डल
(d) दसवां मण्डल
26. (c); व्याख्या : नौवां मंडल पूर्णतः 'सोम' देवता को समर्पित है। सातवें मण्डल में 'दशराज्ञ युद्ध' का वर्णन किया गया है। दसवें मण्डल के 'पुरुष सूक्त मंत्र' में शूद्रों का उल्लेख प्रथम बार किया गया है।
27. प्रसिद्ध दस राजाओं का युद्ध किस नदी के तट पर लड़ा गया ?
(a) गंगा
(b) ब्रह्मपुत्र
(c) कावेरी
(d) परूष्णी
27. (d); व्याख्या : भरत वंश के राजा सुदास तथा अन्य दस जनों के मध्य "दसराज्ञ युद्ध" परूष्णी नदी, जिसका आधुनिक नाम 'रावी' नदी है, के किनारे लड़ा गया था, जिसमें सुदास को विजय मिली। कुछ समय बाद पुरुओं और भरतों के मध्य मैत्री संबंध स्थापित होने से एक नवीन वंश "कुरुवंश" की स्थापना हुई।
28. निम्नलिखित में कौन-सा क्षेत्र अशोक के साम्राज्य में सम्मिलित नहीं था ?
(b) बिहार
(d) कलिंग
(a) अफगानिस्तान
(c) श्रीलंका
28. (c) ; व्याख्या : श्रीलंका अशोक के साम्राज्य में सम्मिलित नहीं था। द्वितीय शिलालेख से स्पष्ट होता है कि भारत में अशोक का अधिकार चोल, पाण्ड्य, सत्तियपुत्र, केरलपुत्र एवं ताम्रपर्णी को छोड़कर सर्वत्र था, क्योंकि इन राज्यों को प्रत्यन्त या सीमावर्ती राज्य कहा जाता था।
29. गुप्त युग में भूमि की राजस्व दर क्या थी ?
(a) उपज का चौथा भाग
(b) उपज का छठा भाग
(c) उपज का आठवां भाग
(d) उपज का आधा भाग
29. (b) ; व्याख्या : गुप्त युगीन स्मृतियों के अनुसार राजा अपनी प्रजा के प्रति की गई सेवाओं के बदले में उपज का छठा भाग पाने का अधिकारी था। इसे 'भाग' कहा जाता था, जो तत्कालीन राजस्व का मुख्य स्रोत था। इसके अतिरिक्त भोग, उद्रंग, अपरिकर आदि कर भी गुप्त काल में लिया जाता था। प्रजा को यह सुविधा थी कि वह कर को नगद (हिरण्य) अथवा अनाज (मेय) में भी
चुकाए।
30. प्रथम मगध साम्राज्य का उत्कर्ष किस शताब्दी में हुआ था?
(a) ई. पू. चौथी शताब्दी में
(b) ई. पू. छठी शताब्दी में
(c) ई. पू. दूसरी शताब्दी में
(d) ई. पू. पहली शताब्दी में
30. (b) ; व्याख्या : प्रथम मगध साम्राज्य का उत्कर्ष हर्यक वंश के शासन काल (545 ई. पू. से 412 ई. पू.) में हुआ था। इस वंश का प्रथम प्रतापी राजा बिम्बिसार था, जिसने गिरीब्रज को अपनी राजधानी बनाई थी।
31. पाटलिपुत्र को किस शासक ने सर्वप्रथम अपनी राजधानी बनाई ?
(a) चन्द्रगुप्त मौर्य
(b) अशोक महान
(c) चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य
(d) कनिष्क
31. (a) ; व्याख्या : वस्तुतः पाटलिपुत्र की स्थापना गंगा और सोन नदी के संगम पर हर्यक वंशीय शासक उदयन ने की थी। उसने अपनी राजधानी राजगृह से पाटलिपुत्र स्थानांतरित की थी। किन्तु, विकल्प में उदयन नहीं है। अतः चन्द्रगुप्त मौर्य सही उत्तर होना चाहिए।
32. नालन्दा विश्वविद्यालय किसलिए विश्व प्रसिद्ध था?
(a) चिकित्सा विज्ञान
(b) तर्कशास्त्र
(c) बौद्ध धर्म दर्शन
(d) रसायन विज्ञान
32. (c) ; व्याख्या : नालन्दा विश्वविद्यालय बौद्ध धर्म दर्शन की शिक्षा हेतु प्रसिद्ध था। इस विश्वविद्यालय में चीनी यात्री ह्वेनसांग ने शिक्षा प्राप्त की थी। इसकी स्थापना पाल वंशीय शासक कुमार गुप्त ने करवाया था।
33. जैन धर्म के प्रवर्तक महावीर स्वामी का जन्मस्थान कहाँ था ?
(a) पिप्पली वन
(b) वैशाली
(c) कुण्डग्राम
(d) विक्रम शिला
33. (c) ; व्याख्या : महावीर स्वामी का जन्म कुण्डग्राम में 540 ई. पू. हुआ था और निर्वाण 468 ई. पू. पावापुरी में हुआ।
34. 'स्वप्नवासवदत्ता' के लेखक हैं-
(a) कालिदास
(c) भवभूति
(b) भास
(d) राजशेखर
34. (b); व्याख्या : महाकवि भास द्वारा रचित यह नाटक वत्सराज उदयन एवं वासवदत्ता की प्रेमकथा पर आधारित है। भास को ही सर्वप्रथम संस्कृत में नाटक लिखने का श्रेय प्राप्त है।
35. राजा खारवेल का नाम जुड़ा है-
(a) गिरनार स्तंभ लेख के साथ
(b) जूनागढ़ स्तंभ लेख के साथ
(c) हाथीगुम्फा लेख के साथ
(d) सारनाथ लेख के साथ
35. (c) ; व्याख्या : कलिंग के चेदि वंशीय राजा खारवेल की उपलब्धियों का वर्णन 'हाथीगुम्फा अभिलेख' में है। यह खारवेल का इतिहास जानने के लिए एकमात्र श्रोत है।
36. खजुराहो मन्दिर स्थापत्य के निर्माण में सहयोगी थे-
(a) चंदेला
(b) गुर्जर-प्रतिहार
(c) चाहमान
(d) परमार
36. (a) ; व्याख्या : खजुराहो मंदिर स्थापत्य का निर्माण 950-1050 ई. में चंदेल वंश के राजाओं द्वारा कराया गया। 'खजुराहो' चंदेलों की राजधानी थी। यहां के मंदिरों
में कंदारिया महादेव का मंदिर सर्वोत्तम है।
37. नालन्दा विश्वविद्यालय के स्थापना का युग है-
(a) मौर्य
(b) कुषाण
(c) गुप्त
(d) पाल
37. (c) ; व्याख्या : नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना गुप्त काल में कुमारगुप्त के समय में हुई थी। यह बौद्ध दर्शन का महान केन्द्र था, जहां पर अनेक विदेशियों ने शिक्षा ग्रहण की।
38. नालन्दा विश्वविद्यालय के विनाश का कारण था-
(a) मुसलमान
(b) कुषाण
(c) सीथीयन्स
(d) मुगल
38. (a) ; व्याख्या : नालन्दा विश्वविद्यालय के विनाश का मुख्य कारण बख्तियार खिलजी का बिहार-बंगाल आक्रमण था। नालंदा विश्वविद्यालय बख्तियार खिलजी के अधीन तुर्क मुस्लिम आक्रमणकारियों द्वारा 1193 में नष्ट किया गया था। यह भारत में बौद्ध मत के पतन के लिए अंतिम प्रहार के रूप में देखा जाता है।
39. विक्रमशिला शिक्षा केन्द्र के संस्थापक का नाम है-
(a) देवपाल
(b) धर्मपाल
(c) नयन पाल
(d) नरेन्द्र पाल
39. (b) ; व्याख्या : पालवंश के शासक धर्मपाल (775-800) ने बिहार में विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना की थी। यह बिहार के भागलपुर जिले में स्थित है।
40. ताम्रपत्र लेख दर्शाते हैं कि प्राचीनकाल में बिहार के राजाओं का सम्पर्क था-
(a) म्यांमार से
(b) थाइलैण्ड से
(c) कम्बोडिया से
(d) जावा-सुमात्रा से
40. (d) ; व्याख्या : देवपाल (पालवंशीय शासक जिनके साम्राज्य में बिहार था तथा राजधानी पाटलिपुत्र एवं मुंगेर थी) का जावा-सुमात्रा के शासकों के साथ संपर्क था।
41. बारहवीं सदी में राष्ट्रकूट वंश के पांच शिलालेख किस राज्य में मिले हैं ?
(a) तमिलनाडु
(b) कर्नाटक
(c) केरल
(d) महाराष्ट्र
41. (b) ; व्याख्या : बारहवीं सदी में राष्ट्रकूट वंश के पांच शिलालेख कर्नाटक में पाये गये हैं।
42. 'पृथ्वीराज रासो' के लेखक हैं-
(a) कल्हण
(b) बील्हण
(c) जयानक
(d) चन्दबरदाई
42. (d) ; व्याख्या : चौहान शासक पृथ्वीराज-III (राय पिथौरा) के दरबारी कवि चन्दबरदाई ने पृथ्वीराज रासों की रचना की है। जयानक ने पृथ्वीराज विजय तथा कल्हण ने राजतरंगिणी की रचना की।
43. विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय ने गोलकुंडा का युद्ध किस राजा के साथ लड़ा था?
(a) कुली कुतुबशाह
(b) कुतुबुद्दीन ऐबक
(c) इस्माइल आदिल खान
(d) गजपति
43. (a) ; व्याख्या : विजयनगर के सम्राट कृष्णदेवराय के उड़ीसा में व्यस्त होने के कारण गोलकुंडा के सुल्तान कुली कुतुबशाह ने विजयनगर के कुछ भाग को अपने अधीन कर लिया। इसी कारण दोनों में गोलकुंडा का युद्ध हुआ।
44. 'मसनवी' जो बाबर द्वारा मुस्लिम कानून के नियमों का संग्रह है, उसका नाम है-
(a) मुबायीन
(b) दीवान
(c) प्रोसाडी पर तुर्की संग्रह
(d) बाबरनामा
44. (a) ; व्याख्या : मुगल वंश का संस्थापक, बाबर ने फारसी भाषा में मसनवी (मुस्लिम कानूनों का संग्रह) लिखी जिसका नाम मुबायीन था। यह पद्य शैली में है।
45. औरंगजेब द्वारा चलाये गये जिहाद का अर्थ है-
(a) दारूल-हर्ब
(b) दारूल इस्लाम
(c) होली वॉर
(d) जजिया
45. (c) ; व्याख्या : औरंगजेब द्वारा चलाए गये जिहाद का अर्थ हॉली वार था और इसके माध्यम से वह दारूल इस्लाम की स्थापना करना चाहता था।
46. रानी पद्मिनी का नाम अलाउद्दीन की चित्तौड़ विजय से जोड़ा जाता है। उनके पति का नाम है-
(a) महाराणा प्रताप सिंह
(b) रणजीत सिंह
(c) राजा मानसिंह
(d) राणा रतन सिंह
46. (d) ; व्याख्या : रानी पद्मिनी चित्तौड़ के राजा राणा रतन सिंह की पत्नी थी। मलिक मुहम्मद जायसी ने अपनी काव्य पुस्तक 'पद्मावत' में इस युद्ध का वर्णन किया है।
47. निम्नलिखित में से किसको चालकोलिथिक युग भी कहा जाता है ?
(a) पुरापाषाण युग
(b) नवपाषाण युग
(c) ताम्रपाषाण युग
(d) लौह युग
47. (c) ; व्याख्या : पुरापाषाण युग (Paleolithic age), नवपाषण युग (Neolithic age), ताम्रपाषाण युग (Chalcolithic age) तथा लौह युग (Iron age) भी कहा जाता है।
48. निम्नलिखित में से मगध का कौन-सा राजा सिकन्दर महान के समकालीन था ?
(a) महापद्मनन्द
(b) घनानन्द
(c) सुकल्प
(d) चन्द्रगुप्त मौर्य
48. (b) ; व्याख्या : नंद वंश का महाप्रतापी शासक घनानन्द यूनानी शासक और विश्वविजेता सिकंदर महान के समकालीन था। धनानन्द को चन्द्रगुप्त मौर्य ने युद्ध में पराजित कर मगध पर एक नए वंश 'मौर्य वंश' की स्थापना थी।
49. मौर्य वंश के पश्चात् किस वंश का राज स्थापित हुआ ?
(a) शक वंश
(b) कुषाण वंश
(c) सातवाहन वंश
(d) शुंग वंश
49. (d) ; व्याख्या : 185 ई. पूर्व में पुष्यमित्र शुंग ने अंतिम मौर्य सम्राट वृहद्रथ की हत्या कर शुंग वंश की स्थापना की। पुष्यमित्र शुंग मौर्य सेना का सेनापति था। शुंगवंश ने लगभग 112 वर्ष तक शासन किया।
50. निम्नलिखित में से कौन-सी बात बौद्ध धर्म तथा जैन धर्म में समान नहीं है ?
(a) आत्म दमन
(b) वेदों के प्रति उदासीनता
(c) अहिंसा
(d) रीति-रिवाजों की अस्वीकृति
50. (a) ; व्याख्या : जैन धर्म में अहिंसा व्रत का कड़ाई से पालन करने का प्रावधान है, जबकि बौद्ध धर्म इसके प्रति उदार है। बौद्ध धर्म आत्म-दमन में विश्वास नहीं करता है।
51. निम्नलिखित में से किस राजा ने पाटलिपुत्र बसाया था?
(a) शिशुनाग
(b) बिम्बिसार
(c) जातशत्रु
(d) उदयन
51. (d) ; व्याख्या : पाटलिपुत्र नगर की स्थापना गंगा और सोन नदियों के संगम पर मगध के हर्यंकवंशी राजा 'उदयन या उदयभद्र' (460-444 ई. पू.) ने की तथा अपनी राजधानी राजगृह से बदलकर यहां स्थापित की।
52. निम्नलिखित में से किस नगर में प्रथम बौद्ध सभा आयोजित की गई थी ?
(a) नालन्दा
(b) गया
(c) राजगीर
(d) बोध गया
52. (c) ; व्याख्या : प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन अजातशत्रु के शासनकाल में राजगृह में स्थित सप्तपर्णि गुहा में 483 में हुआ था। इस संगीति की अध्यक्षता महाकस्यप ने की थी। इस संगीति में ही बुद्ध के उपदेशों को दो पिटकों- सुत्त एवं विनय पिटकों में संग्रहित किया गया।
53. अशोक के शासनकाल में बौद्ध सभा किस नगर में आयोजित की गई थी-
(a) मगध
(b) पाटलिपुत्र
(c) समस्तीपुर (d) राजगृह
53. (b); व्याख्या : मौर्य० सम्राट अशोक के शासनकाल में तृतीय बौद्ध संगीति पाटलिपुत्र (तत्कालीन मगध की
राजधानी) में 250 ई. पूर्व में हुई थी। तृतीय बौद्ध संगीति के अध्यक्ष मोगलीपुत्र तिस्स थे।
54. शुंग वंश के बाद किस वंश ने भारत पर राज किया?
(a) सातवाहन
(b) कुषाण
(c) कण्व
(d) गुप्त
54. (c); व्याख्या : शुंगवंश (185 ई.पू. से 73 ई. पू.) के बाद कण्व वंश (73 ई.पू. से 28 ई. पू.) ने शासन किया था। ज्ञातव्य है कि कण्व वंश की स्थापना वासुदेव ने की थी।
55. 'कुमारसम्भव' महाकाव्य किस कवि ने लिखा ?
(a) बाणभट्ट
(b) चंदबरदाई
(c) हरिसेन
(d) कालिदास
55. (d) ; व्याख्या : कुमारसंभव महाकाव्य चन्द्रगुप्त द्वितीय 'विक्रमादित्य' के दरबारी कवि कालिदास ने लिखी थी।
कालिदास को भारत का शेक्सपियर कहा जाता है।
56. कौटिल्य के 'अर्थशास्त्र' में किस पहलू पर प्रकाश डाला गया है ?
(a) आर्थिक जीवन
(b) राजनीतिक नीतियाँ
(c) धार्मिक जीवन
(d) सामाजिक जीवन
56. (b) ; व्याख्या : कौटिल्य कृत अर्थशास्त्र मौर्यकालीन महत्वपूर्ण विधिग्रंथ (प्रशासन) है। कौटिल्य को विष्णुगुप्त तथा चाणक्य के नाम से भी जाना जाता है जो चन्द्रगुप्त मौर्य (मौर्य साम्राज्य के संस्थापक) के गुरु थे।
57. महावीर स्वामी की मृत्यु निम्नलिखित में से किस नगर में हुई ?
(a) राजगीर
(b) रांची
(c) पावापुरी
(d) समस्तीपुर
57. (c) ; व्याख्या : महावीर स्वामी की मृत्यु 72 वर्ष की आयु में राजगृह के निकट पावापुरी में मल्लराज सस्तिपाल के महल में 468 ई. पूर्व में हुई थी।
58. गौतम बुद्ध को एक देवता का स्थान किस राजा के युग में प्राप्त हुआ ?
(a) अशोक
(b) कनिष्क
(c) चन्द्रगुप्त द्वितीय
(d) हर्षवर्द्धन
58. (b) ; व्याख्या : कनिष्क के शासनकाल (78 ई.-102 ई.) में गौतम बुद्ध को एक देवता का स्थान प्राप्त हुआ। कनिष्क कुषाण वंश का सबसे प्रतापी राजा था।
60. ईसा पूर्व छठी सदी में विश्व की प्रथम गणतंत्रात्मक व्यवस्था कहाँ थी ?
(a) वैशाली
(b) एथेन्स
(c) स्पार्टा
(d) पाटलिपुत्र
60. (a); व्याख्या : पटना से 55 कि.मी. दूर गंगा नदी के पार वैशाली स्थित है। वज्जि और लिच्छवियों के काल में (ईसा पूर्व छठी शताब्दी में) यहाँ प्रथम गणतंत्रात्मक व्यवस्था स्थापित हुई थी।
61. चीनी यात्री ह्वेनसांग ने किस विश्वविद्यालय में अध्ययन किया था ?
(a) तक्षशिला
(b) विक्रमशिला
(c) मगध
(d) नालन्दा
61. (d); व्याख्या : चीनी यात्री ह्वेनसांग ने 6 वर्ष तक नालन्दा विश्वविद्यालय में अध्ययन किया था।
62. जिसके ग्रंथ में चन्द्रगुप्त मौर्य का विशिष्ट रूप से वर्णन हुआ है वह है-
(a) भास
(b) शूद्रक
(c) विशाखदत्त
(d) अश्वघोष
62. (c) ; व्याख्या : विशाखदत कृत मुद्राराक्षस गुप्तकालीन रचना है जिसमें मौर्य सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य का विशिष्ट रूप से वर्णन हुआ है।
63. वह स्रोत जिसमें पाटलिपुत्र के प्रशासन का वर्णन उपलब्ध है, वह है-
(a) दिव्यावदान
(b) अर्थशास्त्र
(c) इण्डिका
(d) अशोक के शिलालेख
63. (c) ; व्याख्या : पाटलिपुत्र के प्रशासन का वर्णन मेगास्थनीज कृत्त इण्डिका में है। मेगास्थनीज ने पाटलिपुत्र को पालिब्रोथा कहा है।
64. तृतीय बौद्ध संगीति कहाँ आयोजित हुई ?
(a) वत्स
(b) पाटलिपुत्र
(c) कौशाम्बी
(d) कश्मीर
64. (b) ; व्याख्या : तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन 247 ई.पू. में पाटलिपुत्र में मोग्गलिपुत तिस्स की अध्यक्षता में अशोक के शासनकाल में हुआ था।
65. किस शासक द्वारा सर्वप्रथम पाटलिपुत्र का राजधानी के रूप में चयन किया गया ?
(a) आजातशत्रु द्वारा
(b) कालाशोक द्वारा
(c) उदयन द्वारा
(d) कनिष्क द्वारा
65. (c) ; व्याख्या : महावंश के अनुसार अजातशत्रु के उत्तराधिकारी उदयन ने (459 ई. पू. से 443 ई. पूर्व तक शासन रहा) पाटलिपुत्र नगर की स्थापना की।
66. अशोक के शिलालेखों में प्रयुक्त भाषा है-
(a) संस्कृत
(b) प्राकृत
(c) पालि.
(d) हिन्दी
66. (b) ; व्याख्या : अशोक महान (273 ई.पू.-232 ई.पू.) के शिलालेखों में प्रयुक्त भाषा प्राकृत है। अशोक के शिलालेखों की सांख्या 14 है, जो 8 अलग-अलग स्थानों से प्राप्त हुए हैं। 1837 ई. में सर्वप्रथम जेम्स प्रिन्सेप को इन्हें पढ़ने में सफलता प्राप्त हुई।
67. निम्नलिखित में से किस मौर्य राजा ने दक्कन की विजय प्राप्त की थी ?
(a) अशोक
(b) चन्द्रगुप्त
(c) बिन्दुसार
(d) कुणाल
67. (b) ; व्याख्या : प्रथम मौर्य शासक चन्द्रगुप्त मौर्य ने दक्कन की विजय प्राप्त की। यूनानी लेखक जस्टिन ने लिखा है कि चन्द्रगुप्त मौर्य ने 6 लाख सेना लेकर समस्त भारत को रौंद डाला।
68. मेगास्थनीज ने भारतीय समाज को कितनी श्रेणियों में विभाजित किया ?
(a) चार
(b) पाँच
(c) छः
(d) सात
68. (d) ; व्याख्या : मेगास्थनीज (यूनानी शासक सेल्युकस निकेटर का दूत) ने अपनी पुस्तक इण्डिका में भारतीय समाज को 7 श्रेणियों में विभाजित किया था। ये श्रेणियां थीं- दार्शनिक, किसान, अहीर, कारीगर या शिल्पी, सैनिक, निरीक्षक, सभासद तथा अन्य शासक वर्ग।
69. सोलह महाजनपदों की सूची उपलब्ध है-
(a) महाभारत में
(b) अंगुत्तर निकाय में
(c) छान्दोग्य उपनिषद में
(d) संयुक्त निकाय में
69. (b) ; व्याख्या : बौद्ध ग्रंथ अंगुतर निकाय के अनुसार महाजनपद काल (600 ई.पू.-325 ई.पू.) में कुल 16 महाजनपद थे। इनमें 2 प्रकार के राज्य थे, राजतंत्र एवं गणतंत्र। जैन ग्रंथ भगवती सूत्र में भी 16 महाजनपदों की चर्चा है।
70. अर्थशास्त्र के अनुसार 'सीता' भूमि का अभिप्राय है-
(a) न जोती जाने वाली अनुपयोगी भूमि
(b) ब्राह्मणों के स्वामित्व वाली भूमि
(c) जनजातियों द्वारा जोती जाने वाली भूमि
(d) वनीय भूमि
70. (c) ; व्याख्या : कौटिल्य की रचना अर्थशास्त्र में 'सीता' भूमि वह थी जो जनजातियों द्वारा जोती जाती थी और जिससे राज्य को प्रत्यक्ष लाभ होता था।
71. हड़प्पा में एक उन्नत जल प्रबंधन प्रणाली का पता चलता है-
(a) धौलावीरा में
(b) लोथल में
(c) कालीबंगन में
(d) आलमगीरपुर में
71. (a); व्याख्या : हड़प्पा सभ्यता का धौलावीरा स्थल(गुजरात) में एक उन्नत जल प्रबंधन प्रणाली थी। पूरे नगर में जल निकासी के लिए नालियां बनी थीं और जल संग्रहण के लिए तालाब एवं कुएं की व्यवस्था थी।
72. कनिष्क के शासकाल में बौद्ध सभा किस नगर में आयोजित की गई थी ?
(a) मगध
(b) पाटलिपुत्र
(c) कश्मीर
(d) राजगृह
72. (c) ; व्याख्या : 102 ई. में कनिष्क के शासन काल में कुण्डलवन (कश्मीर) में चतुर्थ बौद्ध संगीति आयोजित की गई। इसकी अध्यक्ष वासुमित्र ने की थी, जबकि उपाध्यक्ष अश्वघोष थे। इस संगीति में विभाषाशास्त्र नामक ग्रंथ की रचना हुई। इसी समय बौद्धों ने संस्कृत को भाषा के रूप में अपना लिया। इसी समय बौद्ध धर्म स्पष्ट रूप से हीनयान और महायान दो सम्प्रदायों में विभाजित हो गया।
73. मेगस्थनीज की पुस्तक का नाम क्या है ?
(a) अर्थशास्त्र
(b) ऋग्वेद
(c) पुराण
(d) इण्डिका
73. (d) ; व्याख्या : यूनानी राजदूत मेगस्थनीज चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में आया था। उसने अपनी पुस्तक 'इण्डिका' में मौर्यकालीन प्रशासन, सामाजिक जीवन तथा नगर प्रशासन का वर्णन किया है।
74. 'हर्षचरितम्' नामक पुस्तक किसने लिखी ?
(a) कालिदास
(b) बाणभट्ट
(c) विष्णुगुप्त
(d) परिमलगुप्त
74. (b) ; व्याख्या : हर्षचरितम् के लेखक बाणभट्ट है, जो हर्ष के दरबारी कवि थे। ऐतिहासिक विषय पर गद्यकाव्य लिखने का यह प्रथम सफल प्रयास था। इस पुस्तक से हर्ष के प्रारम्भिक जीवन, राज्यारोहण, सैनिक अभियान के साथ ही हर्षकालीन राजनीति और संस्कृति के बारे में जानकारी मिलती है।
कादम्बरी इनकी अन्य प्रमुख पुस्तक है।
75. 'मुद्राराक्षस' नामक पुस्तक का लेखक कौन था?
(a) विशाखदत्त.
(b) कौटिल्य
(c) बाणभट्ट
(d) कल्हण
75. (a) ; व्याख्या : मुद्राराक्षस की रचना विशाखादत्त ने की थी। इसमें चाणक्य की योजनाओं का वर्णन है। कौटिल्य ने अर्थशास्त्र, वाणभट्ट ने हर्षचरित व कादम्बरी एवं कल्हण ने राजतरंगिणी लिखी है।
76. महावीर स्वामी का जन्म कहाँ हुआ था?
(a) कुण्डग्राम में
(b) पाटलिपुत्र में
(c) मगध में
(d) कपिलवस्तु में
76. (a) ; व्याख्या : महावीर स्वामी का जन्म कुण्डग्राम या कुण्डलपुर में (वैशाली के निकट) लगभग 599 ई.पू. में हुआ था। उनकी माता त्रिशला वैशाली के लिच्छवी के प्रमुख चेतक की बहन थीं तथा पिता सिद्धार्थ, ज्ञातक क्षत्रियों के संघ के प्रधान थे और उनके बड़े भाई नन्दिवर्धन थे।
77. महात्मा बुद्ध का 'महापरिनिर्वाण' कहाँ हुआ था?
(a) लुम्बिनी में
(b) बोधगया में
(c) कुशीनगर में
(d) कपिलवस्तु में
77. (c) ; व्याख्या : महात्मा बुद्ध अपना प्रचार करते हुए मल्लों की राजधानी पावा पहुँचे। यहाँ वे चुन्द नामक लुहार की आम्रवाटिका में पहुँचे। उसने बुद्ध को ‘सूकरमद्द्व' खाने को दिया, इससे उन्हें 'रक्तातिसार' हो गया और भयानक पीड़ा हुई। इस वेदना के बाद वे कुशीनगर पहुँचे।
यहीं 483 ई.पू. में 80 वर्ष की अवस्था में उन्होंने शरीर त्याग दिया। बौद्ध ग्रन्थों में इसे 'महापरिनिर्वाण' कहा जाता है।
78. महात्मा बुद्ध ने अपना पहला 'धर्मचक्रप्रवर्त्तन' किस स्थान पर दिया था ?
(a) लुम्बिनी में
(b) सारनाथ में
(c) पाटलिपुत्र में
(d) वैशाली में
78. (b) ; व्याख्या : महात्मा बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश (पालि भाषा में) जो 'धर्मचक्रप्रवर्त्तन' कहलाता है, वाराणसी के निकट सारनाथ में दिया था।
79. मगध की प्रथम राजधानी कौन-सी थी ?
(a) पाटलिपुत्र
(b) वैशाली
(c) गिरिव्रज (राजगृह)
(d) चम्पा
79. (c) ; व्याख्या : मगध राज्य की आरंभिक राजधानी गिरिव्रज (राजगृह) थी। यह हर्यक वंशीय प्रतापी राजा विम्बिसार के समय उत्कर्ष पर थी।
80. नन्द वंश के पश्चात् मगध पर किस राजवंश ने शासन किया ?
(a) मौर्य
(b) शुंग
(c). गुप्त
(d) चम्पा
80. (a) ; व्याख्या : नन्द वंश (344-323 ई. पू.) के पश्चात् मगध पर मौर्य वंश (323 ई. पू.-184 ई. पू.) का शासन स्थापित हुआ।
81.मौर्यकाल में शिक्षा का सर्वाधिक प्रसिद्ध केन्द्र था-
(a) वैशाली
(b) नालन्दा
(c) तक्षशिला
(d) उज्जैन
81. (c) ; व्याख्या : मौर्यकाल (323 ई. पू.-184 ई. पू.) में शिक्षा का सर्वाधिक प्रसिद्ध केन्द्र तक्षशिला वर्तमान में अफगानिस्तान में स्थित है।
82. बोधगया में 'बोधिवृक्ष' अपने वंश की इस पीढ़ी का है?
(a) तृतीय
(b) चतुर्थ
(c) पंचम
(d) षष्ठम
82 (b); व्याख्या : वर्तमान समय का बोधिवृक्ष वह वृक्ष नहीं है, जिसके नीचे बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। ह्वेनसांग के अनुसार उस मूले वृक्ष को सातवीं शताब्दी में सम्राट शशांक ने नष्ट करा दिया था। वर्तमान वृक्ष जिसे हम देख रहे हैं, वह चौथी पीढ़ी का वृक्ष है जिसे अलेक्जेण्डर कनिंघम ने लगवाया था। कुछ अन्य सूत्रों के अनुसार यह छठी पीढ़ी का वृक्ष है। तथ्यों में विवाद होने के कारण आयोग ने इस प्रश्न को हटा दिया था।
83. विश्व का पहला गणतंत्र वैशाली में किसके द्वारा स्थापित किया गया ?
(a) मौर्य
(b) नन्द
(c) गुप्त
(d) लिच्छवी
83. (d); व्याख्या : वैशाली में लिच्छवियों ने विश्व का पहला गणतंत्र स्थापित किया था। वैशाली बुद्ध काल का सबसे बड़ा तथा शक्तिशाली गणराज्य था। लिच्छवी वज्जि संघ में सर्वप्रमुख थे।
84. कौटिल्य का अर्थशास्त्र कितने अधिकरणों में विभाजित
(a) 11
(b) 12
(c) 14
(d) 15
84. (d); व्याख्या : कौटिल्य के अर्थशास्त्र के मूल पाठ में 15 अधिकरण, 150 अध्याय, 180 प्रकरण तथा 6 हजार श्लोक है।
85. सैण्ड्रोकोट्स से चन्द्रगुप्त मौर्य की पहचान किसने की ?
(a) विलियम जोन्स
(b) वी. स्मिथ
(c) आर. के. मुखर्जी
(d) डी. आर. भण्डारकर
85. (a) ; व्याख्या : विलियम जोंस पहले विद्वान थे, जिन्होंने सैण्ड्रोकोट्स की पहचान भारतीय ग्रन्थों में चन्द्रगुप्त मौर्य के रूप में की। एरियन तथा प्लूटार्क ने चन्द्रगुप्त मौर्य का एण्ड्रोकोट्स के रूप में पहचान किया।
86. अशोक के ब्राह्मी अभिलेखों को सर्वप्रथम किसने पढ़ा था ?
(a) प्रिन्सेप
(b) एच. डी. सांकलिया
(c) एस. आर. गोयल
(d) वी.एन. मिश्रा
86.((a) ; व्याख्या : अशोक के ब्राम्ही अभिलेखों का सर्वप्रथम पाठन अंग्रेज अधिकारी व विद्वान जेम्स प्रिंसेप ने किया था।
87. अंतिम मौर्य सम्राट था ?
(a) जालौक
(b) अवन्ति वर्मा
(c) नन्दी वर्धन
(d) बृहद्रथ
87. (d); व्याख्या : अंतिम मौर्य सम्राट बृहद्रथ था। बृहद्रथ की हत्या इसके सेनापति पुष्य मित्र शुंग के द्वारा 184 ई. में की गई। इसी ने एक नये राजवंश शुंग वंश की स्थापना की।
88. पाटलिपुत्र के संस्थापक हैं ?
(a) उदयन
(b) अशोक
(c) बिम्बिसार
(d) महापद्म नन्द
88. (a) ; व्याख्या : पाटलिपुत्र की स्थापना उदयन ने गंगा और सोन नदी के संगम पर एक किला बना कर किया। इसने मगध साम्राज्य की राजधानी राजगृह से पाटलिपुत्र स्थानांतरित किया।
89. निम्नलिखित में से कौन-सा एक हड़प्पा का बंदरगाह है ?
(a) सिकन्दरिया
(b) लोथल
(c) महास्थानगढ़
(d) नागपट्टनम
89. (b); व्याख्या : लोथल बंदरगाह गुजरात के अहमदाबाद जिले में भोगवा नदी के किनारे स्थित है। यहां की सर्वाधिक प्रसिद्ध उपलब्धि हड़प्पाकालीन बंदरगाह के अतिरिक्त विशिष्ट मृदभाण्ड, मुहरें, बाट एवं माप तथा पाषाण उपकरण हैं। लोथल के पूर्वी भाग में स्थित बंदरगाह (गोदी) का औसत आकार 214 x 36 मीटर तथा गहराई 3.3 मीटर है। इस स्थल की खोज 1957 में एस.आर. राव ने की थी। लोथल से चावल का प्रथम साक्ष्य मिला है।
90. गुप्त सम्राट, जिसने 'हूणों' को पराजित किया था :
(a) समुद्रगुप्त
(b) चन्द्रगुप्त द्वितीय
(c) स्कन्दगुप्त
(d) रामगुप्त
90. (c) ; व्याख्या : गुप्त सम्राट 'स्कन्दगुप्त' ने हूणों को पराजित किया था। इसकी जानकारी जूनागढ़ अभिलेख से मिलती है। हूण मध्य एशिया की खानाबदोश जाति थी। हूणों से युद्ध 455 ई. में हुआ जिसमें स्कन्दगुप्त सफल
रहा।
91. कल्हण की पुस्तक का नाम क्या है ?
(a) अर्थशास्त्र
(b) इण्डिका
(c) पुराण
(d) राजतरंगिणी
91. ((d) ; व्याख्या : कश्मीर के प्रसिद्ध संस्कृत कवि एवं इतिहासकार कल्हण ने अपनी पुस्तक 'राजतरंगिणी' में कश्मीर के इतिहास का तिथिवार एवं व्यवस्थित उल्लेख किया है। राजतरंगिणी में कुल 8 तरंग एवं 8000 श्लोक हैं। यह संस्कृत में लिखित प्रथम ऐतिहासिक पुस्तक
है कल्हण ने जिस राजतरंगिणी की रचना की है वह कश्मीर के 'लोहार वंश' के अंतिम महत्वपूर्ण शासक जयसिं (1128-1155) के साथ समाप्त हो जाती है।
ग्रंथ - लेखक
प्रथम राजतरंगिणी - कल्हण
द्वितीय राजतरंगिणी - जौनराज
तृतीय राजतरंगिणी - श्रीवर
चतुर्थ राजतरंगिणी - प्रज्ञाभट्ट एवं सूका
92. किस अभिलेख में रुद्रदामन प्रथम की विभिन्न उपलब्धियां वर्णित है ?
(a) जूनागढ़
(b) भीतरी
(c) नासिक
(d) सांची
92. (a) ; व्याख्या : जूनागढ़ अभिलेख में रुद्रदामन प्रथम की विभिन्न उपलब्धियां वर्णित हैं। यह संस्कृत में लिखित प्रथम अभिलेख था। इसके पूर्व के सभी अभिलेख प्राकृत में थे। इस अभिलेख में रुद्रदामन को 'भ्रष्टराज प्रतिस्थापक' कहा गया है। इस अभिलेख से यह भी पता चलता है कि रुद्रदामन ने मौर्यकालीन निर्मित गिरनार के प्रसिद्ध सुदर्शन झील की मरम्मत करवाई थी
93. महावीर स्वामी का जन्म कहां हुआ था ?
(a) कुण्डग्राम
(b) पाटलिपुत्र
(c) मगध
(d) वैशाली
93. (a) ; व्याख्या : महावीर स्वामी का जन्म 599 ई. पू. में कुंडग्राम (वैशाली) में हुआ था। पिता का नाम सिद्धार्थ था, जो ज्ञांतृक कुल के प्रधान थे। माता त्रिशला लिच्छवि शासक चेटक की बहन थी। पत्नी का नाम 'यशोदा', जबकि पुत्री का नाम 'प्रियदर्शिनी' (अणोज्या) था
94. महात्मा बुद्ध का 'महापरिनिर्वाण' कहां हुआ था ?
(a) लुम्बिनी
(b) बोधगया
(c) कुशीनारा
(d) कपिलवस्तु
94 (c) ; व्याख्या : महात्मा बुद्ध का महापरिनिर्वाण 483 ई.पू. में 80 वर्ष की अवस्था में कुशीनारा में हुआ था,जबकि नेपाल की तराई में स्थित कपिलवस्तु के लुम्बिनी ग्राम में उनका जन्म 563 ई.पू. में हुआ था। कपिलवस्तु की पहचान सिद्धार्थनगर के पिपरहवा से की जाती कुछ अन्य विद्वान इसकी पहचान नेपाल की तराई में स्थित तिलौराकोटा से भी करते हैं। बोधगया (उरुवेला) में ही 35 वर्ष की आयु में समाधि की अवस्था में वैशाख पूर्णिमा की रात को निरंजना नदी के किनारे उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ।
95. महात्मा बुद्ध ने अपना प्रथम 'धर्मचक्रप्रवर्तन' किस स्थान पर दिया था ?
(a) लुम्बिनी
(b) सारनाथ
(c) पाटलिपुत्र
(d) वैशाली
95.; व्याख्या : महात्मा बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश (धर्मचक्रप्रवर्तन) सारनाथ (ऋषिपत्तनम) में दिया था। यहीं सारनाथ में बुद्ध ने बौद्ध संघ की स्थापना कर बौद्ध संघ में प्रवेश आरंभ किया। बुद्ध ने तपस्सु एवं भल्लिक नामक दो बनजारों (शूद्र) को गया में बौद्ध धर्म का सर्वप्रथम अनुयायी बनाया।
96. मगध की प्रारंभिक राजधानी कौन-सी थी ?
(a) पाटलिपुत्र
(b) वैशाली
(c) राजगृह (गिरिव्रज)
(d) चम्पा
96. (c) ; व्याख्या : मगध की आरंभिक राजधानी
राजगृह या वसुमती या गिरिव्रज थी जिसकी स्थापना बिम्बिसार ने की थी। इसे कुशाग्रपुर भी कहते हैं। मगध का सर्वप्रथम उल्लेख अथर्ववेद में मिलता है। मगध का प्रथम वंश हर्यंक वंश (544 ई.पू.-412 ई.पू.) था।
97. अजातशत्रु के वंश का नाम क्या था ?
(a) मौर्य
(b) हर्यक
(c) नन्द
(d) गुप्त
97. (b) ; व्याख्या : अजातशत्रु (493 ई.पू.-461 ई.पू.) हर्यंक वंश का शासक था। उसे 'कुणिक' भी कहा जाता है, क्योंकि वह अपने पिता की हत्या कर के मगध के राजसिंहासन पर बैठा था। अजातशत्रु की हत्या भी उसके पुत्र उदयिन द्वारा की गई। अजातशत्रु के वंश का नाम हर्यक वंश (544 ई.पू.-412 ई.पू.) था। इस वंश का प्रथम ज्ञात शासक बिम्बिसार (544-422 ई.पू.) था।
98. तृतीय बौद्ध सभा किस स्थान पर बुलाई गई थी ?
(a) तक्षशिला
(b) सारनाथ
(c) बोधगया
(d) पाटलिपुत्र
98. (d) ; व्याख्या : सभी बौद्ध संगीतियों के आयोजन का विवरण इस प्रकार है-
(बौद्ध संगीति) - (स्थान) - (शासक)
प्रथम बौद्ध संगीति - राजगृह - अजातशत्रु
द्वितीय बौद्ध संगीति - वैशाली - कालाशोक
तृतीय बौद्ध संगीति - पाटलिपुत्र - अशोक
चतुर्थ बौद्ध संगीति -
कश्मीर (कुण्डलवन) - कनिष्क
99. निम्नलिखित में से कौन हड़प्पा और मोहनजोदड़ो के उत्खनन से संबंधित नहीं थे?
(a) आर.डी.बैनर्जी
(b) के.एन.दीक्षित
(c) एम.एस. वत्स
(d) वी.ए.स्मिथ
99. (d); दिए गए विकल्पों में आर.डी. बैनर्जी, के.एन. दीक्षित, एम.एस. वत्स तथा एम.ए. वतन ने 1953 ई. में रंगपुर (गुजरात) की खोज की थी। ये सभी भारतीय पुराविद् हड़प्पा और मोहनजोदड़ो के उत्खनन से संबंधित थे। जबकि वी.ए. स्मिथ विदेशी इतिहासकार थे। इन्होंने भारत के इतिहास से संबंधित कई पुस्तकों की रचना की जिनमें 'द ऑक्सफोर्ड हिस्ट्री ऑफ इंडिया', 'आर्ट ऑफ इंडिया', 'द अर्ली हिस्ट्री ऑफ इंडिया' प्रमुख हैं।
100. गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश कहां दिया था?
(a) वैशाली
(b) कौशाम्बी
(c) सारनाथ
(d) पावापुरी
100. (c); छह वर्ष की तपस्या के बाद 35 वर्ष की आयु में वैशाख पूर्णिमा के दिन बोधगया में निरंजना नदी के तट पर ज्ञान प्राप्त करने के उपरांत गौतम बुद्ध ने सारनाथ (वाराणसी) में अपना प्रथम धर्मोपदेश दिया। यह घटना
धर्मचक्रप्रवर्तन कहलाती है। गृहत्याग की घटना महाभिनिष्क्रमण तथा ज्ञानप्राप्ति की घटना सम्बोधि कहलाता है। वे पांच ब्राह्मण, जिन्हें बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश दिया था- कौण्डिन्य, वाप्य, भद्रिक, अश्वजित और महानाम हैं।
101. 'इण्डिका' का लेखक कौन था?
(a) विष्णुगुप्त
(b) मेगस्थनीज
(c) डाइमेकस
(d) प्लिनी
101. (b); मौर्यकालीन इतिहास जानने का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत यूनानी राजदूत मेगस्थनीज द्वारा लिखी गई 'इण्डिका है। इसे यूनान के शासक सेल्यूकस ने अपना दूत बनाकर चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में भेजा। चन्द्रगुप्त को यूनानियों
ने सैन्ड्रोकोट्स कहा था। चन्द्रगुप्त ने अंतिम समय में जैन धर्म स्वीकार कर लिया था। चन्द्रगुप्त की मृत्यु श्रवणबेलगोला (वर्तमान-कर्नाटक) में चंद्रागिरि पर्वत पर हुई थी। चन्द्रगुप्त का जैन गृह भद्रबाहु था। चन्द्रगुप्त ने संल्लेखना विधि से शरीर का त्याग कर दिया था। विष्णुगुप्त चाणक्य का उपनाम था जिसने 'अर्थशास्त्र' की रचना की थी। प्लिनी एक यूनानी यात्री तथा लेखक था जिसने प्रथम शताब्दी में भारत की यात्रा की और 'नेचुरल हिस्ट्री' के नाम से यात्रा वृत्तांत लिखा। डाइमेकस सीरिया के शासक एंटिओकस प्रथम का राजदूत था जो मौर्य सम्राट बिन्दुसार के दरबार में भेजा गया था।
102. 'प्राचीन भारत का नेपोलियन' किसे कहा जाता है?
(a) चन्द्रगुप्त मौर्य
(b) पुष्यमित्र
(c) कनिष्क
(d) समुद्रगुप्त
102. (d); समुद्रगुप्त की विजयगाथा से प्रभावित होकर वी.ए. स्मिथ ने उन्हें 'भारत का नेपोलियन' की संज्ञा दी । समुद्रगुप्त का दरबारी कवि हरिषेण था। इलाहाबाद में स्थित प्रयाग प्रशस्ति की रचना हरिषेण ने की थी। समुद्रगुप्त को वीणा बजाते हुए सिक्कों पर दिखाया गया है।
103. हर्षवर्धन के शासनकाल में किस चीनी यात्री ने भारत की यात्रा की थी?
(a) फाह्यान
(b) 'ह्वेनसांग
(c) इत्सिंग
(d) तारानाथ
103. (b); भारत में बौद्ध धर्मग्रन्थों का अध्ययन करने तथा बौद्ध तीर्थस्थलों के दर्शन के उद्देश्य से बौद्ध भिक्षु व चीनी यात्री ह्वेनसांग ने हर्षवर्धन के समय भारत की यात्रा की। हर्ष का दरबारी कवि बाणभट्ट था। उसने नालंदा विश्वविद्यालय में अध्ययन किया तथा वहां का उप-कुलपति भी रहा। उसका यात्रा वृत्तांत संग्रह 'सी-यू-की' के नाम से विख्यात है। ह्वेनसांग को मंत्रियों में राजकुमार, नीति का पण्डित तथा वर्तमान शाक्यमुनि नाम से जाना जाता है।
104. नालन्दा विश्वविद्यालय के संस्थापक कौन थे?
(a) चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य
(b) कुमारगुप्त
(c) धर्मपाल
(d) पुष्यगुप्त
104. (b); चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य की मृत्यु के बाद कुमारगुप्त-I शासक बना जिसका कार्यकाल 414 ई. से 455 ई. तक था। उसने दशपुर में एक सूर्यमंदिर का निर्माण करवाया तथा नालंदा में एक विहार की स्थापना भी करवाई जो आगे चलकर नालंदा विश्वविद्यालय के नाम से विख्यात
हुआ। गुप्त काल में सोने के सिक्के सबसे ज्यादा जारी हुए थे जिसे 'दीनार' कहा जाता था धन्वंतरि तथा सुश्रुत गुप्त काल के विख्यात बौद्ध थे। पाल शासक धर्मपाल ने विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना की। गुप्त शासकों में सर्वाधिक अभिलेख कुमारगुप्त के ही प्राप्त हुए हैं। जबकि कुमारगुप्त ने अधिकाधिक संख्या में मयूर आकृति की मुद्राएं प्रचलित की।
105. निम्न में से किस हड़प्पाकालीन स्थल से 'हल' का टेराकोटा प्राप्त हुआ?
(a) धौलावीरा
(b) बनावली
(c) कालीबंगा
(d) लोथल
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं/उपरोक्त में से एक से अधिक
105. (b); बनावली, हरियाणा के हिसार जिले में स्थित है। इस स्थल का उत्खनन 1973-74 में आर. एस. बिष्ट द्वारा करवाया गया था। इस स्थल से टेराकोटा का हल, मकानों में अग्निवेदिकाएं तथा लघु नारी-मूर्तिया भी मिली हैं। धौलावीरा (गुजरात) में स्थित सैन्धव सभ्यता का सबसे प्राचीन और सर्वाधिक सुव्यवस्थित, खूबसूरत तथा सबसे बड़ा नगर था। यहां से घोड़े की कलाकृतियों के अवशेष मिले हैं। कालीबंगा, राजस्थान के गंगानगर जिले में घग्घर नदी के बायें किनारे पर स्थित है। यहां से सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि एक जुते हुए खेत की प्राप्ति है। लोथल (गुजरात के अहमदाबाद) में स्थित है। यह विश्व का प्राचीनतम ज्ञात गोदीबाड़ा है
106. कलिंग नरेश खारवेल का सम्बन्ध थाः
(a) महामेघवाहन वंश से
(b) चेदि वंश से
(c) सातवाहन वंश से
(d) रठ-भोजक वंश से
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं/उपरोक्त में से एक से अधिक
106. (e); प्रथम शताब्दी ईसा पूर्व में कलिंग भारत का एक अत्यन्त शक्तिशाली राज्य था। इस समय यहां पर चेदि वंश के महामेघवाहन वंश का शासन था। इस वंश का संस्थापक महामेघवाहन था। इस वंश का सबसे शक्तिशाली राजा खारवेल हुआ जिसके बारे में हमें विस्तृत जानकारी उसके उड़ीसा के भुवनेश्वर में उदयगिरि की पहाड़ियों पर स्थित 'हाथीगुम्फा अभिलेख' से प्राप्त हुई है। सातवाहन वंश का शासन ऊपरी दकन में स्थित था। पुराणों में इस वंश के संस्थापक का नाम सिन्धुक बताया है। इस वंश का सबसे विख्यात राजा गौतमीपुत्र शतकर्णी था।
107. चीनी यात्री 'संगयून' ने भारत यात्रा की थी:
(a) 515 ई. से 520 ई.
(b) 525 ई. से 529 ई.
(c) 545 ई. से 552 ई.
(d) 592 ई. से 597 ई.
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं/उपरोक्त में से एक से अधिक
107. (a); सुंगयूंन भारत में 515 ई. से 520 ई. तक रहा। इससे पहले भारत की यात्रा करने वाला चीनी यात्री फाहियान (399 ई.- 414 ई.) था, तथा इसके बाद यात्रा करने वाले चीनी यात्री ह्वेनसांग (627 ई.-643 ई.) था।
108. किस प्रकार की भूमि को 'अप्रहत' कहा जाता था?
(a) बिना जोती हुई जंगली भूमि
(b) सिंचित भूमि
(c) घने जंगल वाली भूमि
(d) जोती हुई भूमि
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं / उपरोक्त में से एक से अधिक
108. (a); गुप्तकाल में आर्थिक उपयोगिता की दृष्टि से भूमि के कई प्रकार बताए गए हैं, जैसे- क्षेत्र (खेती के लिए उपयुक्त भूमि), वास्तु (वास करने योग्य भूमि), खिल (जो भूमि जोती नहीं जाती), अप्रहत (बिना जोती जंगली भूमि), चारागाह (पशुओं के चारा योग्य भूमि ) ।
109. 'ओदन्तपुर' शिक्षा केन्द्रनिम्न में से किस राज्य में अवस्थित था?
(a) बंगाल
(b) बिहार
(c) गुजरात
(d) तमिलनाडु
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं / उपरोक्त में से एक से अधिक
109. (b); बंगाल में शासन करने वाले पालवंशी शासकों ने शिक्षा और साहित्य के विकास को अत्यधिक प्रोत्साहन दिया पालवंशी शासक महान निर्माता थे। इन्होंने विक्रमशिला, ओदन्तपुरी तथा सोमपुरी में शिक्षण संस्थाओं की स्थापना की थी। इनमें विक्रमशिला तो कालान्तर में विश्वविद्यालय का स्थान ग्रहण कर ख्याति प्राप्त अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय बन गया था।
110. सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता क्या है?
(a) पकी ईंट से बनी इमारत
(b) प्रथम असली मेहराब
(c) पूजा स्थल
(d) कला और वास्तुकला
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
110. (a); सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता इसकी नगर निर्माण योजना है। इस सभ्यता के भवन ग्रिड पद्धति से बने थे तथा सड़कें एक-दूसरे को समकोण पर काटती थीं। नगरों में नालियों की सुन्दर व्यवस्था थी तथा वे ढंके रहते थे। अधिकतर इमारतें पक्की ईंटों से बनी थीं। इमारतें आमतौर पर एक या दो मंजिले होते थे। मोहनजोदड़ो से पक्की सड़कें तथा विशाल स्नानागार प्राप्त हुए हैं। यहां की सबसे बड़ी इमारत अन्नागार थी सिंधु सभ्यता में कृषि संगठित रूप से की जाती थी तथा अधिशेष उत्पादन होता था। सबसे पहले कपास पैदा करने का श्रेय सिंधु वासियों को जाता है। सिंधु सभ्यता से किसी भी मंदिर का अवशेष प्राप्त नहीं हुआ है। यह सभ्यता संभवत: मातृसत्तात्मक थी। सिंधु सभ्यता की खोज रायबहादुर दयाराम साहनी ने 1912 ई. में की थी। सिंधु सभ्यता का विस्तार पश्चिम में दाश्क नदी के किनारे सुतकागेंडोर (बलूचिस्तान), पूर्व में हिंडन नदी के किनारे आलमगीरपुर, मेरठ (उत्तर प्रदेश), उत्तर में चिनाब नदी के किनारे मांडा, कश्मीर तथा दक्षिण में दाइमाबाद, महाराष्ट्र तक था। सिंधु सभ्यता की सर्वमान्य तिथि 2400 ई.पू. से 1700 ई.पू. मानी गई है।
111. मेगस्थनीज दूत था
(a) सेल्यूकस का
(b) सिकंदर का
(c) डेरियस का
(d) यूनानियों का
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
111. (a); मेगस्थनीज सेल्यूकस निकेटर का राजदूत था, जो चन्द्रगुप्त मौर्य के राजदरबार में आया था। इसने अपनी पुस्तक इण्डिका में मौर्ययुगीन समाज एवं संस्कृति के विषय में लिखा है। सिकन्दर के साथ आने वाले लेखकों में नियार्कस, आनेसिक्रटस तथा ऑसिटोबुलस आदि प्रमुख हैं। मौर्यकालीन राजदरबार में आने वाले अन्य प्रमुख लेखकों में डाइमेकस, सीरियन नरेश आन्तियोर्कस का राजदूत था जो बिन्दुसार के शासन काल में आया था तथा डायोनिसियस मिस्र नरेश टालमी फिलेडेल्फस का राजदूत था जो अशोक के शासन काल में आया था। चन्द्रगुप्त मौर्य तथा सेल्यूकस के बीच हुए युद्ध का वर्णन एप्पियानस ने किया है।
112. कौटिल्य की पुस्तक अर्थशास्त्र किस विषय पर
आधारित है?
(a) आर्थिक संबंध
(b) शासनकला के सिद्धान्त और अभ्यास
(c) विदेश नीति
(d) धन संचय
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
112. (b); चाणक्य (कौटिल्य/विष्णुगुप्त) द्वारा लिखित पुस्तक अर्थशास्त्र है, जिसका संबंध मूलतः राजनीति से है। इसमें शासन कला के सिद्धान्त और अभ्यास का वर्णन किया गया है। इसे संस्कृत भाषा में लिखा गया है। चाणक्य सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे, उन्होंने चन्द्रगुप्त के प्रशासकीय उपयोग के लिए इस ग्रंथ की रचना की थी। यह मुख्यतः सूत्र शैली में लिखा हुआ है। कौटिल्य ने इस पुस्तक में राजा के लिए कुछ प्रमुख कर्तव्य बताया है। इसमें कहा गया है कि प्रजा के सुख में राजा का सुख निहित है, प्रजा के हित में ही उसे अपना हित दिखना चाहिए। अर्थशास्त्र में सम्राट की सहायता के लिए एक मंत्रिपरिषद का उल्लेख है। इसमें शीर्षस्थ अधिकारी के रूप में तीर्थ का उल्लेख है जिसे महामात्र भी कहा जाता है। इनकी संख्या 18 थी अर्थशास्त्र में चर जासूस को कहा गया है।
113. त्रिपिटक किसकी धार्मिक पुस्तक है?
(a) जैन
(b) हिन्दू
(c) पारसी
(d) बौद्ध
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
113. (d); त्रिपिटक बौद्ध धर्म का प्रमुख ग्रंथ है जिसे सभी बौद्ध सम्प्रदाय (महायान, थेरवाद, वज्रयान, नवयान आदि) मानते हैं। यह बौद्ध धर्म का प्राचीनतम ग्रंथ है, जिसमें भगवान बुद्ध के उपदेश संग्रहित हैं। ये ग्रंथ पालि भाषा में लिखा गया है। सुत्तपिटक में बुद्ध के उपदेश, विनयपिटक में संघ के नियम तथा अभिधम्म पिटक में बौद्ध दर्शन का वर्णन है।बौद्ध धर्म ईश्वर और आत्मा में विश्वास नहीं करता है। बौद्ध धर्म में वर्ण व्यवस्था की कटु आलोचना की गई है।
114. अशोक के 'धम्म' का मूल संदेश क्या है?
(a) राजा के प्रति वफादारी
(b) शांति एवं अहिंसा
(c) बड़ों का सम्मान
(d) धार्मिक सहनशीलता
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
114. (e); इतिहास में अशोक इसलिए विख्यात है कि उसने निरंतर मानव की नैतिक उन्नति का प्रयास किया। जिन सिद्धान्तों के पालन से यह नैतिक उत्थान सम्भव था, अशोक के अभिलेखों में उन्हें धम्म कहा गया। दूसरे तथा सातवें स्तम्भ लेखों में अशोक ने धम्म की व्याख्या इस प्रकार की है 'कल्याणकारी कार्य करना, पाप रहित होना, मृदुता, दूसरों के प्रति व्यवहार में मधुरता, दयादान, शुचिता, बड़ों का आदर करना, साधुता अर्थात शांति और अहिंसा ही धम्म है। ब्रह्मगिरि शिलालेख में इन गुणों के अतिरिक्त शिष्य द्वारा गुरु का आदर भी धम्म के अंतर्गत माना गया है। इसके अतिरिक्त 1.7, 11 व 12वें शिलालेखों में व्यक्तियों, विचारों, धर्मो, विश्वासों तथा भाषा संबंधी सहिष्णुता पर बल दिया है। गुरुओं का आदर, माता-पिता की सेवा, दासों से उचित व्यवहार, राजा के प्रति वफादारी तथा वाक् संयम को अपनाने पर जोर दिया गया है। अतः प्रश्नगत दिए गए सभी विकल्प सही हैं।
115.. मौर्य समाज का सात वर्गों में विभाजन का विशेष रूप से उल्लेख किया गया है
(a) कौटिल्य के अर्थशास्त्र में
(b) अशोक के शिलालेखों में
(c) पुराणों में
(d) मेगस्थनीज की पुस्तक इंडिका में
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
115. (d); मेगस्थनीज सेल्यूकस का राजदूत था तथा चन्द्रगुप्त मौर्य के राजदरबार में आया था। मौर्य समाज का सात वर्गों में विभाजन का विशेष रूप से उल्लेख मेगस्थनीज की पुस्तक इंडिका में किया गया है। मेगस्थनीज ने भारतीय सामाजिक व्यवस्था को सात जातियों में विभाजित किया है-1. दार्शनिक 2. किसान 3. शिकारी एवं पशुपालक 4. कारीगर 5. सैनिक 6. निरीक्षक तथा गुप्तचर 7. सभासद एवं अमात्य। इसमें सर्वाधिक संख्या किसानों की थी। वस्तुतः पेशों के अनुसार समाज का विभाजन किया गया था। मेगस्थनीज द्वारा लिखित पुस्तक इंडिका से तत्कालीन समाज और राजनीति की जानकारी प्राप्त होती है।
116. प्रसिद्ध चीनी यात्री फाहियान ने किसके शासन काल में भारत की यात्रा की?
(a) चंद्रगुप्त I
(b) चंद्रगुप्त II
(c) रामगुप्त
(d) श्रीगुप्त
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
116. (b); प्रसिद्ध चीनी यात्री फाहियान चन्द्रगुप्त द्वितीय के
श्री शासन काल में भारत आया था। भारत में फाहियान मुख्य रूप से नालंदा विश्वविद्यालय में बौद्ध ग्रंथों के अध्ययन के लिए आया था। अपनी यात्रा के दौरान उसने भारत, श्रीलंका, नेपाल, जावा आदि देशों की भी यात्रा की। फाहियान की यात्रा के समय भारत में गुप्त साम्राज्य तथा चीन में जिन साम्राज्य का शासन चल रहा था। गुप्तवंश का संस्थापक
गुप्त को माना जाता है। परन्तु कहीं-कहीं गुप्त के पुत्र घटोत्कच को पहला गुप्त शासक कहा गया है। चन्द्रगुप्त प्रथम ने 319 ई.पू. में एक नवीन सम्बत् 'गुप्त सम्बत्' की स्थापना की। चन्द्रगुप्त द्वितीय के दरबार में नौ रत्न थे-कालिदास, धनवंतरि, वाराहमिहिर, आर्यभट्ट, विशाखदत्त, शुद्रक, ब्रह्मगुप्त, भास्कराचार्य, अमर सिंह।
117. चोल काल किसके लिए प्रसिद्ध था?
(a) ग्राम पंचायत (Village assembly)
(b) राष्ट्रकूट राजवंश के साथ युद्ध
(c) श्रीलंका के साथ व्यापार
(d) तमिल संस्कृति की उन्नति
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
117. (a); चोल शासन की उल्लेखनीय विशेषता उसका ग्रामीण स्वशासन था। ग्रामों में मुख्यतः दो प्रकार की संस्थाएं कार्यरत थीं।-
1. उर-यह सामान्य गांवों में कार्यरत संस्था थी। उर की बैठक में सभी ग्रामवासी भाग लेते थे।
2.सभा/महासभा- यह अग्रहार (ब्राह्मणों को दान दिए गए) ग्रामों में होती थी।
सभा अपनी समितियों के माध्यम से कार्य करती थी, जिसे वारियम कहते थे। ग्रामसभा को उसके कार्यों में सहायता देने के लिए वेतनभोगी कर्मचारी आयगर होते थे। चोल सम्राटों द्वारा प्रबल केन्द्रीय नियंत्रण के साथ बहुत अधिक स्थानीय स्वायत्तता दी गई थी। चोल राज्य की स्थापना विजयालय ने की थी। चोल शासक राजराज प्रथम ने श्रीलंका व मालदीव में भी विजय अभियान किया तथा उसके पुत्र राजेन्द्र प्रथम ने सम्पूर्ण श्रीलंका को जीत लिया तथा उसने गंगा अभियान के पश्चात 'गंगैइकोण्ड चोलपुरम' नामक नगर की स्थापना की।
118. दक्षिण भारत के मंदिरों के आकर्षक द्वार क्या कहलाते हैं?
(a) शिखर
(b) गोपुरम
(c) देवालय
(d) मंडप
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
118. (b); दक्षिण भारत के मंदिर मुख्यतः द्रविड़ शैली में पाए जाते हैं। इस शैली की शुरुआत 8वीं शताब्दी में हुई थी। इस शैली की मुख्य विशेषताओं में- प्राकार (चहारदीवारी), गोपुरम (आकर्षक प्रवेश द्वार), वर्गाकार या अष्टकोणीय गर्भगृह (रथ) पिरामिडनुमा शिखर तथा अष्टकोणीय मंदिर संरचनाएं शामिल हैं। इस शैली के मंदिर बहुमंजिला होते हैं। पल्लवों ने द्रविड़ शैली को जन्म दिया, चोलकाल में इसने ऊंचाईयाँ हासिल की तथा विजयनगर काल के बाद से यह ह्वासमान हुआ। यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल तंजौर तथा वृहदेश्वर मंदिर (चोल शासक राजराज प्रथम द्वारा निर्मित) द्रविड़ शैली का
जीता-जागता उदाहरण है।
119. विजयनगर साम्राज्य का अवशेष कहाँ मिलता है?
(a) बीजापुर
(b) गोलकुंडा
(c) हम्पी
(d) बड़ौदा
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
119. (c); विजयनगर साम्राज्य (1336-1646 ई.) मध्यकालीन दक्षिण भारत का एक साम्राज्य था। इसकी स्थापना हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी। यह मुहम्मद बिन तुगलक के समय में स्वतंत्र हुआ। विजयनगर साम्राज्य पर चार विभिन्न वंशों ने शासन किया, ये हैं- 1. संगम वंश, 2. सालुव वंश, 3. तुलुव वंश, अरबिन्दु वंश। सर्वाधिक लम्बा शासन संगम वंश का तथा सबसे कम शासन सालुव वंश का था। इस राज्य को 1565 में भारी पराजय के बाद जला दिया गया तथा क्षीण रूप में उसके बाद 80 वर्ष तक चला। इसकी राजधानी विजयनगर के अवशेष आधुनिक कर्नाटक राज्य में हम्पी शहर के निकट पाए गए हैं और यह एक विश्व विरासत स्थल है।
120. भारत में पशुपालन एवं कृषि के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं
(a) अंजिरा से
(b) दम्ब सदात से
(c) किली गुल मोहम्मद से
(d) मेहरगढ़ से
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
120. (d): भारत में पशुपालन एवं कृषि के प्राचीनतम साक्ष्य पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त में 'बोलन दर्रे' के समीप स्थित मेहरगढ़ से प्राप्त हुए हैं। मेहरगढ़ से गेहूँ की तीन एवं जौ की दो किस्मों की खेती के संकेत मिले हैं। मेहरगढ़ से 8000-6000 ई.पू. के जौ और गेहूं की खेती के साथ पशुपालन, भेड़ तथा बकरी के साक्ष्य भी प्राप्त हुए हैं। मेहरगढ़ पुरातात्विक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण स्थान है तथा यहां से नवपाषाण काल के अनेक अवशेष प्राप्त हुए हैं। इस स्थल से सिंधु सभ्यता की उत्पत्ति व विकास पर भी प्रकाश पड़ता है। इस स्थल से हड़प्पा जैसे ईंटों से बने घर मिले हैं और लगभग 6500 ई.पू. तक मेहरगढ़ वाली हड़प्पा जैसे औजार एवं बर्तन भी बनने लगे थे।
121. सुवर्णभूमि का वह राजा कौन था, जिसने नालन्दा में एक बौद्ध विहार की स्थापना की तथा उसके रख-रखाव हेतु अपने दूत द्वारा देवपाल से पाँच गाँव दान में देने के लिए प्रार्थना की?
(a) धरणीन्द्र
(b) संग्रामंधनंजय
(c) बालपुत्रदेव
(d) चूड़ामणिवर्मन
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
121. (c): बंगाल के पालवंशीय शासक देवपाल (810-850 ई.) सुमात्रा और जावा के शैलेन्द्रवंशी शासक बालपुत्रदेव द्वारा बनवाए गए बौद्ध बिहार के अनुरक्षण के लिए पांच गाँव अनुदान में प्रदान किए। उल्लेखनीय है कि देवपाल बौद्ध धर्म का संरक्षक था। उसकी राजकीय शक्ति का वर्णन अरब यात्री सुलेमान ने किया है।
122. पेरीप्लस ऑफ द इरिथ्रयन सी किसने लिखी?
(a) टेसियस
(b) प्लिनि
(c) टॉलमी
(d) स्ट्रैबो
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
122. (e): 'पेरीप्लस ऑफ द इरिथ्रयन सी' को 'पेरीप्लस ऑफ द रेड सी' भी कहा जाता है। इस पुस्तक में भारतीय बंदरगाहों तथा वाणिज्यिक गतिविधियों का विवरण मिलता है। इसकी रचना 80-115 ई. के बीच किसी अज्ञात
लेखक के द्वारा की गई है।
टेसियस एक यूनानी राजवैद्य था तथा फारस के सम्राट अर्टाजेमेमन के दरबार में रहता था। उसने पूर्वी देशों से लौट कर आये हुए यात्रियों के मुंह से सुन-सुन कर भारत के संबंध में अनेक कहानियों का संग्रह किया था। ‘पर्शिका’ उसका प्रमुख ग्रंथ है। स्ट्रैबो एक प्रसिद्ध इतिहासकार एवं भूगोलवत्ता था। इसने देश-विदेश में भ्रमण करके व्यापक अनुभव प्राप्त किया था। इसका ग्रंथ 'ज्योग्राफिया' है जिसका इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। प्लिनि ने 'नेचुरल हिस्टोरिका' नामक पुस्तक लिखी, जबकि टॉलमी ने 'ज्योग्राफी' नामक पुस्तक की रचना की।
123. इनमें से किसने सर्वप्रथम व्यापक पैमाने पर स्वर्ण मुद्रा का प्रचलन किया?
(a) पुष्यमित्र शुंग
(b) मेनांडर
(c) विम कफिसेस
(d) गौतमीपुत्र शतकर्णी
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
123. (c): भारत में स्वर्ण मुद्राओं का प्रचलन सर्वप्रथम हिन्द- यूनानी शासकों ने किया परन्तु व्यापक पैमाने पर भारत में सोने के सिक्के चलाने का श्रेय शक-कुषाण शासकों को दिया जाता है। विम कडफिसस द्वितीय पहला शासक था जिसने सर्वप्रथम सोने के सिक्के चलाए। यह माना जाता है कि उसने अधिकांश सोना रोम से व्यापार के माध्यम से प्राप्त किया था। जहां तक व्यापक स्तर पर इसके प्रचलन का प्रश्न है तो कनिष्क के समय में ये व्यापक रूप से प्रचलन में आए।
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