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At - 2021-10-23 07:32:01
बिहार में सेन वंश
प्रमुख बिंदु:-
1. सेन वंश के संस्थापक – सामंत सेन
2. शक्तिशाली शासक – विजय सेन
3. अंतिम शासक – लक्ष्मण सेन
4. राजधानी – नादिया और लखनौती
विजय सेन की जानकारी देवपाड़ा (बंगाल) ताम्रपत्र लेख से भी मिलती है।
5 . विजय सेन ने ‘दानसागर’ और ‘अद्भुतसागर’ नामक दो पुस्तकों की रचना की थी।
6. ‘गीतगोविंद’ के लेखक जयदेव लक्ष्मण सेन के दरबार में रहते थे।
7. लक्ष्मण वैष्णव धर्म का अनुयायी था और विजय सेन शैव धर्म का।
8. बख्यितार खिलजी ने लक्ष्मण सेन को पराजित कर तुर्कों के अधीन ला दिया था।
सेन वंश
सेन वंश के शासक:-
1. हेमन्त सेन (1070 AD)
2. विजय सेन (1096-1159 AD)
3. बल्लाल सेन (1159 - 1179 AD)
4. लक्ष्मण सेन (1179 - 1206 AD)
5. विश्वरूप सेन (1206 - 1225 AD)
6.केशव सेन (1225-1230 AD)
विजयसेन
बल्लाल सेन
लक्ष्मण सेन
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बिहार से झारखंड अलग हो जाने के बाद बिहार में खनिज का वह भंडार ना रहा जो भंडार झारखंड के अलग होने से पूर्व था, लेकिन इसके बावजूद बिहार में अभी कई ऐसे खनिज का भंडार है जो बिहार की आर्थिक समृद्धि के लिए सहायक हो सकती है। इस लेख में इन्हीं खनिजों के विषय में संक्षिप्त जानकारी देने का प्रयास किया गया है।
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बिहार एक ऐसा राज्य जोकि प्राचीन काल से ही विद्वानों के लिए प्रसिद्ध है, जिन्हें विश्व की प्राचीन विश्वविद्यालय के इतिहास होने का गौरव प्राप्त है। इस भूमि में प्राचीनकाल से ही कई साहित्यकार का जन्म हुआ, जिनकी कृति आज भी लोकप्रिय है।
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झारखंड के नए राज्य के निर्माण के रुप में बनने के बाद बिहार में जनजाति ?